इस्लाम में सोना-चांदी का इस्तेमाल ।। Use Of Gold And Silver In Islam
सोना-चांदी का इस्तेमाल Use Of Gold And Silver In Islam
* औरत को सोने चांदी के ज़ेवर पहनने की इजाज़त है और मर्द को चांदी की सिर्फ एक अंगूठी 4.3 ग्राम से कम की वो भी सिर्फ एक नग की जायज़ है इससे ज़्यादा नाजायज़ है
* ज़ेवर के अलावा दूसरे किसी भी तरह से सोने चांदी का इस्तेमाल मर्द व औरत दोनों को नाजायज़ है
* सोने या चांदी की प्लेट में खाना खाना,ग्लास में पानी पीना,कटोरी से तेल लगाना,चम्मच का इस्तेमाल,सुरमे दानी से सुरमा लगाना,आईने में मुंह देखना,लोटे से वुज़ू करना,कलम से लिखना,कुर्सी पर बैठना ये सब दोनों के लिए मना है
* सोने या चांदी की घड़ी पहनना भी नाजायज़ है और उसमे वक़्त देखना भी
* घर की सजावट व आराईश के लिए अगर सोने या चांदी का कोई आइटम लगा है मगर उसका इस्तेमाल नहीं होता तो इसमें हर्ज़ नहीं
* सोने चांदी के अलावा हर किस्म के बर्तन का इस्तेमाल जायज़ है मसलन लोहा पीतल तांबा शीशा वग़ैरह,मगर मिटटी के बर्तन का इस्तेमाल अफज़ल है कि हदीसे पाक में आता है कि जिस घर में मिटटी के बर्तन होते हैं फरिश्ते उस घर की ज़ियारत को आते हैं
* जिन बर्तनों में या सामान में सोने या चांदी का इस्तेमाल किया गया है मगर वहां ना तो हाथ लगता है और ना खाने में मुंह तो उसके इस्तेमाल में हर्ज़ नहीं
* कुर्ते में चांदी के बटन लगाना जायज़ है मगर ज़ंजीर के साथ ना हो वरना ये ज़ेवर में शुमार होगा और मर्द को इसका इस्तेमाल नाजायज़
* युंही अगर कपड़े में सोने या चांदी के तार से बूटी या हुरूफ बने हैं तो उसका इस्तेमाल भी मना है
📕 बहारे शरीयत,हिस्सा 16,सफह 33-52
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सोना-चांदी का इस्तेमाल Use Of Gold And Silver In Islam
* Aurat ko sone chaandi ke zevar pahanne ki ijazat hai aur mard ko chaandi ki sirf ek anguthi 4.3 gram se kam ki wo bhi sirf ek nag ki jayaz hai isse zyada najayaz hai
* Zevar ke alawa doosre kisi bhi tarah se sone chaandi ka istemal mard wa aurat dono ko najayaz hai
* Sone ya chaandi ki plate me khaana khaana,glaas me paani peena,katori se teil lagana,chammach ka istemal,surme daani se surma lagana,aaine me munh dekhna,lote se wuzu karna,kalam se likhna,kursi par baithna ye sab dono ke liye mana hai
* Sone ya chaandi ki ghadi pahanna bhi najayaz hai aur usme waqt dekhna bhi
* Ghar ki sajawat wa aarayish ke liye agar sone ya chaandi ka koi item laga hai magar uska istemal nahin hota to isme harj nahin
* Sone chaandi ke alawa har kism ke bartan ka istemal jayaz hai maslan loha peetal taamba sheesha wagairah,magar mitti ke bartan ka istemal afzal hai ki hadise paak me aata hai ki jis ghar me mitti ke bartan hote hain farishte us ghar ki ziyarat ko aate hain
* Jin bartano me ya saaman me sone ya chaandi ka istemal kiya gaya hai magar wahan na to haath lagta hai aur na khaane me munh to uske istemal me harj nahin
* Kurte me chaandi ke batan lagana jayaz hai magar zanjeer ke saath na ho warna ye zevar me shumar hoga aur mard ko iska istemal najayaz
* Yunhi agar kapde me sone ya chaandi ke taar se booti ya huroof bane hain to uska istemal bhi mana hai
📕 Bahare shariyat, hissa 16,safah 33-52
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