निकाह की शर्तों के बारे में || NIKAH ME KOUN KOUN SE SHARAIT HAI

निकाह की शर्तों के बारे में बताएं, 

Nikah ki sharton ke bare me batayein, 

निकाह की चंद शराएत हैं एक निकाह को मुकम्मल करने के लिए जैसे कि_

▪️ *आकिल होना* यानी दोनों आक़ील हों कियूंकि कि पागल या मजनू से निकाह दुरुस्त नही,

▪️ *बालिग़ होना* और अगर बालिग़ नही है तो वली की इजाज़त होनी चाहिए,

▪️ *गवाह का होना* यानी गवाह का इजाब व क़ुबूल के वक़्त मौजूद होना, गवाह का आकिल और आज़ाद भी ज़रूरी है, अगर फ़ासिक़ से गवाह ली तो निकाह तो हो जाएगा लेकिन किसी आकेदीन ने इनकार कर दिया तो इसकी गवाही क़ुबूल नही होगी,

▪️ इजाब व क़ुबूल एक ही मजलिस में होना

▪️ क़ुबूल और इजाब मुखालिफ न हों

 ▪️ लड़की बालिग़ है तो उसका राज़ी होना शर्त है

▪️ निकाह में किसी अइन्दह वक़्त की तरफ इशारा ना हो कि फुला दिन क्या या इस तरह की कोई बात बल्कि क़ुबूल तुरंत में होगा,

▪️ निकाह की अज़फत कुल की तरफ हो अगर ऐसा कहा कि तेरे हाथ पॉव या ऐसे ही किसी हिस्से से निकाह क्या तो निकाह ना हुआ

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Nikah ki chand sharaet hain ek nikah ko mukammal karne ke lie jaise ki_

*Aaqil hona* yani donon aaqil hon kiyunki ki pagal ya majnoo se nikah durust nahi,

*Baalig hona* aur agar baalig nahi hai to wali ki ijazat honi chahie,

*Gawah ka hona* yani gawah ka eejab o qubool ke waqt maujood hona, gawah ka aaqil aur azaad bhi zaruri hai, agar fasiq se gawah li to nikah to ho jaega lekin kisi aaqedeen ne inkar kar diya to iski gawahi qubool nahi hogi,

eejab o qubool ek hi majlis mein hona

qubool aur eejab mukhalif na hon

ladki balig hai to uska razi hona shart hai

▪ nikah mein kisi ayindah waqt ki taraf ishara na ho ki fula din kya ya is tarah ki koyi baat balki qubool turant mein hoga,

nikah ki azfat qul ki taraf ho agar aisa kaha ki tere hath panw ya aise hi kisi hisse se nikah kya to nikah na hua

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*✒️Jawab by*

*Hazrat Allama wa Maulana Mufti Mohammad Jawed Raza Khan Sahab Qibla*

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