रमज़ान की 15वी शब जुमुआ़ के रोज़ हैवत नाक आवाज़
⚠️जुमुआ़ के रोज़ हैवत नाक आवाज़⚠️
आ'ला ह़ज़रत रह़मतुल्लाहि अ़लैह से सुवाल हुआ
के: जुमुआ़ को रमज़ान उल मुबारक में कोई हैवत
नाक बात आने वाली है जिसकी निस्बत हुज़ूर की
त़रफ़ बा'ज़ आदमियों ने की है के: मौलवी साह़िब ने ऐसा फ़रमाया के जुमुआ़ की रात को एक हैवत नाक आवाज़ आयेगी। बयान फरमाएं!
आपने फरमाया: आयेगी, मगर येह न कहा था के
इसी रमज़ान आयेगी। जब आयेगी तो वो रमज़ान ही होगा जिसकी पंद्रहवीं (तारीख/Date) जुमुआ़ को होगी उस साल ज़लज़ले कसरत से होंगे ओले कसरत से पड़ेंगे पंद्रहवीं शबे रमज़ान शबे जुमुआ़ एक धमाका होगा; सुबह की नमाज़ के बा'द एक चिंघाड़ सुनाई देगी। हदीस में आया के:
“इस तारीख को नमाज़े सुब्ह़ पढ़कर घरों के अंदर दाख़िल हो जाओ और किवाड़ बंद कर लो, घर में
जितने रौज़न हों बंद करलो, कान बंद करलो फिर
आवाज़ सुनो तो फ़ौरन अल्लाह के लिए सजदे में गिरो और कहो:
سُبْحَانَ الْقُدُّوسِ سُبْحَانَ الْقُدُّوسِ رَبُّنَا الْقُدُّوسُ
(तर्जुमा: “क़ुद्दूस के लिए पाकी है क़ुद्दूस के लिए पाकी है और हमारा परवर दिगार क़ुद्दूस है।”) जो ऐसा करेगा निजात पायेगा जो ना करेगा हिलाक होगा।” ये ह़दीस का मज़मून है। इसमें ये तअय्युन नहीं है के: किस सना में ऐसा होगा। बहुत रमज़ान गुज़र गए जिनकी पहली (तारीख़) जुमुआ़ को थी
और इंशा अल्लाह तआ़ला आइंदा भी गुज़रेंगे। हां
जो ख़बर दी है होने वाली ज़रूर है जब कभी हो।
अल्लाह तआ़ला से ख़ौफो उम्मीद हर वक्त रखना
चाहिए। वल्लाहु तआ़ला अअ़्लम।
*📓(फ़तावा रज़विया, जिल्द 27, सफ़ह़ा 42)*
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