अपने मुर्दों को रुसवा होने से बचाये (Apne Marhoomeen Ko Rusva Na Kare))

अपने मुर्दों को रुसवा होने से बचाये...

हुज़ूर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इर्शाद फ़रमाया :-

अपने बुरे आमाल के सबब अपने मुर्दों को रुसवा न करो...क्योंकी तुम्हारे आमाल फ़ौत शुदा (मुर्दा) दोस्तों पर पैश किये जाते है...

लिहाज़ा अगर हम ये चाहते है कि कोई हमारा ख़ास इस दुनिया से जाने के बाद रुसवा न हो तो बुरे आमाल से बचे...क्योंकि बुरे आमाल करते हम है और रुस्वा उन्हें होना पड़ता है...

(Sharahus Sudoor Safah 448-449)

No comments